कभी कुछ यूं ही बस यूं ही रहने दो
कभी कुछ यूं ही गुजर जाने दो,उन खामोश लम्हों को, बस मुस्कुराने दो।उसके दर्द को न छेड़ो,वो भी अपना हिसाब रखता है,उसे अपनी धड़कनों में बस थोड़ी राहत पाने दो। उसकी चाहतें भी उसकी हैं,जैसे तिनके की खोज में पंछी का बसेरा है।वो भी अपनी उम्मीदों के सफर में है,जहाँ हर मोड़ पर उसके सपने […]
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