एन्जॉय ही एन्जॉय
किताबों के पन्नों में, खो चुका हूं बचपन, कब करूंगा एन्जॉय, कैसी है ये उलझन। सोचा कि जब, पास होगा बारह, खूब करूंगा एन्जॉय, हर रात बजेंगे बारह। आ गया हूं कॉलेज, न रहा मैं बालक, आया मजा अब कितना, न टोकेंगे पालक। टूटा सपना, जब फिर से, कहती मम्मी न कर ये, पढ़ ले […]