खफा न होंगे अब फिर से

ऐसे अगर गुस्सा कर खामोश हो जाओगी,

मेरे गुम हो जाने की वजह बन जाओगी…

तुम्हारे खफा होने की वजह मैं जानता हूं,
गर नहीं है पसंद तुम्हें,
सब खत्म कर देने कि बात मैं मानता हूं…

मत रूठो यूं मुझ से तुम,
मत उलझो यूं खुद से तुम,
मुस्कुरा दो फिर से तुम,
भुला दो सब फिर से तुम,

चलो शुरू करें जिंदगानी हम,
चलो बुने फिर बंदगानी हम,

देखो खुशनसीबी हमारी,
दुआएं हैं कितनी सारी,
जनम जनम का साथ निभाने,
आओ फिर से हाथ मिलाने,

मुस्कुरा कर कह दो फिर से,
खफा न होंगे अब फिर से…

   

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